कार्यस्थल पर दुर्घटनाओं को रोकने और काम का एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए टाटा पावर बड़ी तादाद में संसाधनों का निवेश करता है। अपने कर्मचारियों को उचित और अद्यतन प्रशिक्षण देकर और विकास कार्यक्रमों तक उनकी पहुंच मुहैया करा कर कंपनी अपने कर्मचारियों के हितों की रक्षा करती है।
वैश्विक सुरक्षा मानकों का पालन कर, उत्पादों एवं परिचालन सुरक्षा को प्रोत्साहन देकर और हर कर्मचारी की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर, टाटा पावर ने काम का एक स्वस्थ माहौल विकसित किया है, जो व्यावसाय में इसके श्रेष्ठ प्रदर्शन में सहायक बनता है।
हमने ऐसे कार्यक्रमों का निर्माण किया है जोकि सड़क पर, प्रयोगशाला में और दुनिया में जहां भी हम परिचालन करते हैं, वहां कर्मचारियों एवं ठेकेदारों की सुरक्षा को बढ़ावा देते हैं। हम दुर्घटनाओं की आशंका को शून्य तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। और हम, अपने अपने कार्यस्थल पर कर्मचारियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा, अपनी संपत्तियों के संरक्षण और पर्यावरण की सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखते हैं।
एचआईवी/एड्स जैसी बीमारियों और कार्डियोवैस्कुलर रोगों के व्यापक सामाजिक और आर्थिक प्रभाव होते हैं। ये बीमारियां व रोग हमारे कई कर्मचारियों और उनके परिवारों पर, उस समुदाय पर जिसमें वे काम करते हैं और हमारे व्यावसाय पर सीधा असर डालते हैं। टाटा पावर ने पूरी कंपनी के लिए एक एचआईवी/एड्स नीति लॉन्च की है, जो हमारे इस विश्वास के अनुकूल है कि एचआईवी/एड्स से लड़ने के प्रयासों में कंपनियां महत्वपूर्ण सहभागी हो सकती हैं। हमनें शिक्षा, रोक और उपचार के अलावा एचआईवी-पॉजिटिव कर्मचारियों और सहयोगियों के अधिकारों की रक्षा पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इतना ही नहीं, इन रोगों व बीमारियों के खतरों को कम करने में कर्मचारियों की मदद करने के लिए टाटा पावर ने इस बारे में जागरूकता फैलाई है और कई व्यवहारिक उपाय मुहैया कराए हैं।